Table of Contents
- Introduction
- Uses of C Programming
- Advantages of C Programming
- Features of C Programming
- Features Video Reference
- PDF Link
Introduction
C एक कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा जो की कंप्यूटर सॉफ्टवेयर बनाने के काम आती है। C प्रोग्रामिंग को डेनिस रिची के द्वारा अविष्कार किया गया था (1969 – 73) | ये एक अमेरिकन कम्प्यूटर साइंटिस्ट थे। C प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग कंप्यूटर की बहुत सी क्षेत्रों किया जाता है।
B प्रोग्रामिंग भाषा वास्तव में C प्रोग्रामिंग भाषा के पहले हुआ करती थी, और C का विकास B की सफलताओं और सीमाओं के आधार पर हुआ। B भाषा को 1969 में केन थॉम्पसन ने Bell Labs में विकसित किया था। यह मुख्य रूप से BCPL (Basic Combined Programming Language) से प्रेरित थी, जिसे मार्टिन रिचर्ड्स ने बनाया था। B को मुख्य रूप से सिस्टम और अनुप्रयोग सॉफ़्टवेयर के विकास के लिए उपयोग किया जाता था, विशेष रूप से शुरुआती UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए।
हालांकि, B में कुछ Limitation थीं, जैसे कि Type System की कमी, जिससे Memory और Data Management में कठिनाइयाँ होती थीं। इन Limitations को दूर करने के लिए 1972 में डेनिस रिची ने B भाषा में सुधार करके C Programming Language का विकास किया। C ने अधिक Powerful Type System, बेहतर मेमोरी मैनेजमेंट, और विस्तृत स्ट्रक्चर प्रदान किए, जिससे इसे बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाने लगी।
इस प्रकार, B से C का विकास हुआ, और C प्रोग्रामिंग भाषा ने आधुनिक कंप्यूटर साइंस में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे कई अन्य प्रमुख Programming भाषाओं का विकास हुआ।
- C Programming Language को सुन 1986 में American National Standards Institute (ANSI) के द्वारा Standardize किया गया। (मानकता प्रदान की गयी ANSI द्वारा) |
- C Programming Language का मुख्यतः उपयोग सिस्टम सॉफ्टवेयर Develop करने के लिए किया जाता है।
Uses of C Programming
- C Programming Language का उपयोग ऑपरेटिंग सिस्टम को बनाने। जैसे कि UNIX Operating System को C Programming Language का उपयोग करके बनाया गया है।
- System Software & Application Software Develop करने में।
- C Programming Language एक सिस्टम प्रोग्रामिंग भाषा जिसका उपयोग करके बहुत से software’s डेवेलोप किये जाते है जैसे – Android Core Libraries, Device Driver, Web ब्राउज़र के मुख्य भाग, Database Management Systems, Boot Loader, Compiler Design आदि।
- 1989 में ANSI द्वारा c programming language को मानकीकृत (standardized किया गया, जिसे ANSI C भी कहते है।
- Embadded System, ATM एवं Missle System आदि में।
- Database systems को develop करने के लिए c को उपयोग में लिया जा सकता है , MySQL एवं PostgreSQL database system c programming का उपयोग करके ही develop किये गए है।
Advantages of c programming
C Programming Language बहुत ही उपयोगी एवं लोकप्रिय प्रोग्रामिंग भाषा है जिसके advantages जितने बताये जाये उतने काम है, मुख्य Advantages निम्नलिखित है –
- Mother Language of Programming Languages – C Programming Language एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज तो है ही लेकिन इसके जो प्रोग्रामिंग भाषाएँ विक्षित है ज्यादातर उन सभी में के फीचर्स या आतंरिक रूप से C Programming Language को उपयोग किया जाता है या कोई नयी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज डेवेलोप करते है तो इस लैंग्वेज का उपयोग करते है, लिनक्स की BASH scripting, C++ आदि इसी लैंग्वेज से बानी हुई है। Java (Java के बहुत core features तो C Programming जे ही उपयोग से developed है) एवं JavaScript में C Programming Language के ही syntax का उपयोग करती है, Python Programming Language भी बहुत popular जिसकी इंटरनल वर्किंग C Programming Language से influenced है।
- Low-level Access – C Programming Language में डायरेक्टली परमिशन रहती है मेमोरी एक्सेस एवं मैनेज करने की पॉइंटर के उपयोग से जो की जो सिस्टम प्रोग्रामिंग में आवश्यक है।
- Efficiency – C Programming Language में बहुत ही efficient प्रोग्रामिंग भाषा जो काम र्सोसेस consume करके भी अच्छा रिजल्ट देती है।
- Portability – C Programming Language में लिखे गए प्रोग्राम को विभिन्न मशीन आर्किटेक्चर में आसानी से रन किया जा सकता है, जो इसे विभिन्न प्लेटफार्मों के लिए Adaptable बनाता है।
- Large Community and Resources – हर एक प्रोग्रामिंग भाषा की लोकप्रियता उस प्रोग्रामिंग भाषा कम्युनिटी से पता चल जाती है यदि कम्युनिटी बहुत बड़ी तो कहा जा सकता है प्रोग्रामिंग भाषा लोकप्रिय है। अब जैसे किसी प्रोग्रामिंग भाषा की कम्युनिटी बढ़ती जाती है वैसे-वैसे उसे प्रोग्रामिंग भाषा के र्सोसेस एवं हेल्पर्स भी बढ़ते जाते है।
- Rich Libraries – C Programming Language के पॉपुलर होने एक कारण ये भी है, C Programming Language में ज्यादातर हर एक प्रकार की लाइब्रेरी मिल जाएँगी जो एक Efficient System सॉफ्टवेयर डेवेलोप करने मदद करती है।
Features of C Programming
Function Oriented – ये भाषा पूरी तरह से Function Based प्रोग्रामिंग को सपोर्ट करती है, जिसमे हर एक प्रोग्राम को छोटे छोटे फंक्शन्स में लिखा जाता है, जिससे को मॉडुलर एवं maintainable हो जाता है।
Mother Language – Fast, Efficient & Powerful – C Programming Language को बहुत ही फ़ास्ट प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मानी जाती कोई क्योंकि को की इसकी प्रोग्राम Execution की स्पीड किसी दूसरी Programming लैंग्वेज के मुखबले बहुत अच्छी है।
User-friendly – C Programming Language के Syntax सरल एवं समझने में बहुत आसान है, जिससे ये भाषा User Friendly है।
Simple & Easy – ये प्रोग्रामिंग भाषा कोई बहुत बड़ी नहीं जिसमे ज्यादा टाइम लगे सीखने, इसमें बिलकुल फिक्स कॉन्सेप्ट्स एवं टॉपिक्स जिनको एक बार अच्छे से समझा जा सकता है जो की दूसरे भाषाओं में भी मदद करता है।